दिल और दिमाग को ताजगी प्रदान करती हैं सूफी महफिलें : आशु पंजाबी

 नई दिल्ली। पाखी फांऊडेशन की चेयरपर्सन पाखी अरोड़ा व डायरेक्टर अशोक त्रेहन की देखरेख में यारों की महफिल शीर्षक के तहत मशहूर गायक आशु पंजाबी द्वारा एक रंगारंग शाम शास्त्री नगर स्थित ए-पी-बी- स्टूडियों में सजाई गई। इस शाम को यादगार बनाने में आशु पंजाबी ने कोई कसर बाकी नही छोड़ी। गीत, गज़ल व सूफी कव्वालियों से लबरेज़ इस प्रोग्राम को दर्शकों ने खूब इंज्वाय किया। आशु पंजाबी की परफोरमेंस पर दर्शक थिरकते नज़र आए। 

इस मौके पर डॉ० विनोद कुमार बाबूकर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इसके अलावा फेस ग्रुप के चेयरमैन डॉ० मुश्ताक अंसारी, अश्विनी अरोड़ा, मशहूर शायरा व कवित्रि सरिता जैन, ईश्वर गाबा, सतनाम सिंह, संजीव जैन, गोपाल गोयल, अजय कोहली, रंजीत राजा, प्रवीन खनगवाल, एम-एस- जैन, बिजेन्द्र गुप्ता, सुनील मल्होत्रा, गुरजीत सिंह, शकील अमरोही, जमाल सिद्दीकी, ललित देवेल, काजल कौशल, मनमीत कौशल, विनोद तिवारी, सुनील सिंह, संजीव सिंह, राकेश गाबा आदि खास मेहमान की हैसियत से मौजूद रहे।

इस अवसर पर आशु पंजाबी ने कहा कि सूफी गायिकी को पसंद करने वाले संगीत प्रेमियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है, युवा पीढ़ी सूफी सिगिंग में रूचि ले रही है जो कि बेहद खुशी की बात है, क्योंकि गज़ल, गीत व सूफी गायिकी का आनंद ही कुछ अलग है, दिल और दिमाग को ताज़गी प्रदान करती हैं सूफी मेहफिलें। अशोक त्रेहन और पाखी अरोड़ा ने अपने साझा बयान में कहा कि बहुत ही उम्दा गायक हैं आशु पंजाबी। यह जिस महफिल में भी होते हैं वहां रंग जमा देते हैं। इन्होंने कहा मौजूदा भागदौड़ वाली जिंदगी में कुछ समय म्युजिक के लिए भी निकालना चाहिए, लाईव म्युजिक से एक विशेष प्रकार का सुकून दिमाग को मिलता है।



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