आज के ज़माने की फ़िक्रें भी हैं रेणु हुसैन की नई किताब में : मुज़फ़्फ़र अली
साहित्य की दुनिया के फ़िग्गज़ों के बीच हुआ रेणु हुसैन की पुस्तक ‘मैं हूँ मुंतज़िर तेरे वास्ते’ का लोकार्पण
नई दिल्ली 20 जुलाई। हिन्दी उर्दू अदब की दुनिया में रेनू हुसैन एक प्रसिद्ध नाम है। हिन्दुस्तान व हिंदुस्तान के बाहर कई मुल्कों में होने वाले मुशायरे व कवि सम्मेलनों के मंच पर इनको सुना जाता है। कई किताबें भी इनकी मार्किट में हैं। रेणु हुसैन की एक और पुस्तक ग़ज़ल संग्रह “ मैं हूँ मुंतज़िर तेरे वास्ते” का लोकार्पण एरोसिटी नई दिल्ली स्थित होटल रोज़िएट में किया गया। इस मौक़े पर पुस्तक पर परिचर्चा भी की गई। इस कार्यक्रम में हिमालय ड्रग्स कंपनी के डायरेक्टर डॉक्टर सैयद फ़ारूक़ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे और अध्यक्षता प्रसिद्ध फ़िल्म डायरेक्टर मुज़फ़्फ़र अली ने की। इसके अलावा प्रसिद्ध हिन्दी कवि लक्ष्मी शंकर वाजपेयी व प्रसिद्ध हिन्दी व उर्दू कवित्री प्रोफेसर कृष्णा शर्मा दामिनी ने विशिष्ट अतिथि की हैसियत से शिरकत की। वोट ऑफ थैंक्स के फ़राइज़ मृदुला टंडन ने अंजाम दिए और मंच का संचालन मशहूर शायर फ़रीद अहमद फ़रीद द्वारा किया गया। इस ख़ास महफ़िल में रेणु हुसैन ने साहित्य की दुनिया के चुनिंदा लोगों को शामिल किया। यहाँ वह सब लोग देखने को मिले जिनकी बदौलत आज साहित्य की अज़मत बाक़ी है। इस मौक़े पर बर्ड ग्रुप की चेयरपर्सन राधा भाटिया, फ़ेस ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी, प्रेम बिहारी मिश्र, अनिमेष शर्मा, देवेन्द्र गोयल माँझी, ,डॉक्टर एकता, राज लक्ष्मी राव, ममता किरण, करण सूद, राशिदा बाक़ी हया, कंचन वर्मा, सिया सचदेव, ज्योति जुल्का, अपर्णा मनस्वी, विम्मी करण, गीता दीपेन्द्र पाठक, गायत्री लूथरा, रिंकु श्राप, अस्मा गुलज़ार, अनीता लांबा, इरफ़ान इलाही व अनस ख़ान आदि समाज के ज़िम्मेदार लोग भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
इस मौक़े पर डॉ० सैयद फ़ारूक़ ने कहा कि बड़ी दिमाग़ी कसरत के बाद चार लाइनों का शेयर लिखा जाता है और रेनू हुसैन ने तो पूरी किताब लिखी है जो मोहब्बत करने वाले को अधिक पसंद आऐगी। मुजफ्फ़र अली ने कहा कि रेणू हुसैन की शायरी में सोच है, गहराई है, मोहब्बत है, आज के दौर की जो फ्रिकें हैं वह सब इनकी शायरी में दिखाई पड़ती हैं। इनका गजल संग्रह "मैं हूँ
मुंतजिर तेरे वास्ते" काबिले तारीफ है।
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