तराविह की नमाज़ में की गई देश की तरक़्क़ी और आपसी सौहार्द के लिए दुआ
पूर्वी दिल्ली । इस्लाम धर्म में रमज़ान के महीने की ख़ास अहमियत है।खुदा की तरफ़ से इस महीने में मानव को आम दिनों के मुक़ाबले 70 गुणा अधिक एक्स्ट्रा पुण्य मिलता है। जहाँ अच्छे कर्म करने का 70 गुणा अधिक लाभ मिलता है तो वहीं बुरे कर्म करने वाले 70 गुणा अधिक पाप के भागीदार बनते हैं और उन्हें हानि होती है।इसलिए इस माह में अधिकांश मुसलमान अधिक से अधिक समय धर्म कर्म के कार्यों में ख़र्च करते हैं। इस माह में रात को तराविह की एक्स्ट्रा नमाज़ भी होती है जिसमें पवित्र क़ुरान को हाफ़िज़ इमाम द्वारा पूरा पढ़ा जाता है और बाक़ी लोग खड़े होकर सुनते हैं। जिस व्यक्ति को पवित्र क़ुरान मुँह ज़बानी पूरा याद होता है उसे हाफ़िज़ कहते हैं। तराविह की नमाज़ मस्जिदों के अलावा घरों में भी सामूहिक रूप से पढ़ी जाती है ।हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी सर्वोकाँन वोल्टेज स्टेपलाइज़र के सी एम ड़ी हाजी कमरुद्दीन सिद्दीक़ी ने अपने निवास पर तराविह की 11 दिन की नमाज़ का एहतमाम किया जिसमें क़ुरान मजीद की मुकम्मल तिलावत की गई।इस मौक़े पर एक रूहानी महफ़िल का भी एहतमाम किया गया जिसमें मोलवी हज़रात ने इस्लाम मज़ाक के कुछ ख़ास पहलु अहमियत पर रोशनी डाली गई तथा मुल्क की तरक़्क़ी व आपसी सौहार्द की मज़बूती के लिए दुआ की गई।इस मौक़े पर दिल्ली स्टेट हज कमेटी के चेयरमैन मुख़्तार अहमद, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज़ाकिरख़ान, ग़ाज़ीपुर मुर्ग़ा मछली मंडी के पूर्वचेयरमैन चौधरी रियासत अली, आँल इंडिया जमाते सिद्दिकी के अध्यक्ष शाहिद सिद्दिकी,सर्वोकाँन के डायरेक्टर ज़ाकिर सिद्दिकी, फ़ेस ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी, आम आदमी पार्टी ट्रेंड विंग चाँदनी चौक ज़िला के उपाध्यक्ष फ़ैसल मेहरबान , एस एन इंटरप्राइजेज के सीएमडी शमीम ख़ान, मोहम्मद अख़लाक़, मुमताज़ अली गुड्डू, मुस्तकीम अहमद आदि ने भी शिरकत की।
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