वाजिद रफ़ीक खातिब दिल्ली में हुए फे़स राजधानी रत्न अवॉर्ड से सम्मानित
नई दिल्ली। फे़स ग्रुप द्वारा फेस राजधानी रत्न अवार्ड 2022 का आयोजन रफी मार्ग स्थित कांस्टीटियूशन क्लब के डिप्टी स्पीकर हॉल में किया गया। फेस ग्रुप के चेयरमैन डॉ० मुश्ताक अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मान कार्यक्रम में 6 राज्यों के चुनिंदा 21 लोगों को अवार्ड से सम्मानित किया गया जिसमें एक नाम महाराष्ट्र के प्रमुख समाज सेवी वाजिद रफ़ीक खतीब का भी शामिल रहा। इस सम्मान कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य कानून एवं न्याय मंत्री एस० पी० सिंह बघेल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इसके अलावा राज्य सभा सांसद अनिल अग्रवाल, नई दिल्ली नगर निगम के वाईस चेयरमैन व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल, पद्मश्री जितेन्द्र सिंह शंटी, मंडोली जेल के डिप्टी सुपरीटेंडेट धर्मेंद्र सिंह मौर्या, सहायक आयुक्त जी० एस० टी० उत्तर प्रदेश श्याम सुंदर पाठक, टी० वी० सेलिब्रिटी आचार्य डॉक्टर विक्रमादित्य, फ़िल्म अभिनेत्री पूनम माथुर, ग़ज़ल मल्होत्र, विश्व प्रसिद्ध शायर पोपुलर मेरठी, अना देहलवी सहित और भी बहुत से गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस मौके पर वाजिद रफ़ीक खतीब को पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी, भाजपा नेता एवं मिसेज़ यूनिवर्स 2015 रूबी यादव, मंडोली जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट धर्मेंद्र सिंह मौर्या व डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी द्वारा फेस राजधानी रत्न अवार्ड 2022 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मध्य धर्मनिरपेक्षता और हमारा समाज विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री बघेल ने कहा कि हमारे देश का संविधान सभी नागरिकों को स्वतंत्रता के साथ जीवन यापन का अधिकार देता है तथा साथ ही अपने धर्मानुसार पूजा अर्चना का अधिकार भी प्रत्येक नागरिक को प्राप्त है। उन्होंने कहा धर्म मानव की आस्था से जुड़ा है, उसका निजी मामला है समाज को इसमें दखल नही देना चाहिए बल्कि एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए!
हम आपको बता दें कि महाराष्ट्र के सांगली मिराज से ताल्लुक़ रखने वाले वाजिद रफ़ीक पिछले दस वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र को नि:स्वार्थ समर्पित हैं।कोविड के दौरान भी इन्होंने ज़रूरत व ग़रीब लोगों को राशन व स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई। कोरोना रोगियों को आक्सीजन उपलब्ध कराकर कई लोगों की जान बचाई।कोविड के दौरान इन्होंने रोगियों के लिए मोबाइल क्लिनिक भी नि:शुल्क मुहैया कराया जिसमें डॉक्टर,नर्स व दवाइयां भी नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई।आँखों के रोगों का इलाज वाजिद रफीक़ द्वारा निरंतर चलता है और अब तक यह 150 से अधिक नेत्र रोगियों की आँखों का ऑपरेशन करा चुके हैं।रक्तदान शिविर का आयोजन भी इनके द्वारा किया जाता है।बुजुर्ग व अपंगों की सेवा में भी यह हमेशा तत्पर रहते हैं।इन्हीं सब सेवाओं के मद्देनज़र वाजिद रफ़ीक को राजधानी रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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