जल्द से जल्द करनी चाहिए हज की अदायगी : हाजी रियाजुद्दीन अंसारी
हज के मामले में हिन्दुस्तानी मुसलमानों में है अधिक सुस्ती : डॉ० मुश्ताक़ अंसारी
नई दिल्ली।इस्लाम मज़हब के पाँच पिलरों में एक अहम पिलर हज है,हज हर उस मुसलमान पर फ़र्ज़ है जिसके पास इतना धन है कि ज़रूरी ख़र्च पूरा करने के बाद हज करने लायक उसके पास पैसा बच जाता है तो ऐसे इंसान पर हज फ़र्ज़ है। इस वर्ष हज की फ़्लाइटें 9 मई से शुरू हो चुकी है। और हज पर जाने वालों का सिलसिला निरंतर जारी है, इसी कड़ी में पूर्वी दिल्ली स्थित न्यू गोविंदपुरा निवासी सोनम बेकर्स के चेयरमैन हाजी रियाज़ुद्दीन अंसारी के बेटे शाहनवाज़ अंसारी भी अपनी पत्नी के साथ 18 मई को हज के सफ़र पर सऊदी अरब के लिए रवाना हुए। शाहनवाज़ अंसारी की रवानगी से पूर्व रिश्तेदार और समाज के ज़िम्मेदार लोग भी शाहनवाज़ अंसारी से मुलाक़ात के लिए उनके निवास पर पहुँचे और सभी ने फूल मालाओं से उनका इस्तक़बाल किया और और मुबारकबाद पेश की। इस मौक़े पर असग़र अली ख़ाँ, फ़ेस ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी, फिक्की के सचिव सलीम अंसारी, अब्दुल रशीद, हाजी फ़ारूक़, महताब हुसैन, वसीम अहमद, फ़ईमुद्दीन अंसारी, ज़ुबैर अहमद, मुश्ताक़ सिद्दीक़ी, मोहम्मद आसिफ़ आदि समाज के ज़िम्मेदार लोग भी मुबारकबाद देने पहुँचे।
इस मौक़े पर हाजी रियाज़ुद्दीन अंसारी ने कहा कि जीवन में फ़ुरसत तो इंसान को कभी नहीं मिलती लेकिन जिस तरह दूसरे कार्यों के लिए हम वक़्त निकालते हैं तो हज की अदायगी भी हमें जल्द से जल्द करनी चाहिए। डॉक्टर मुश्ताक़ अंसारी ने कहा कि ख़ासतौर से हिंदुस्तान के लोगों में हज की अदायगी को लेकर बेहद सुस्ती रहती है, अधिकांश मुसलमान उम्र के आख़िरी पड़ाव में हज करने के लिए जाते हैं । उन्होंने कहा कि हज के अरकानों की अदायगी में काफ़ी मेहनत करनी पड़ती है इसलिए हज युवा उम्र में कर लेना ही बेहतर है।
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