अज़ीज़ आज़ाद लिटरेरी सोसायटी बीकानेर ने दिल्ली में किया अन्तरराष्ट्रीय मुशायरा व कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन






नई दिल्ली। बीकानेर की मशहूर अदबी तंज़ीम अज़ीज़ आज़ाद लिटरेरी सोसायटी की तरफ से ग़ालिब एकेडमी में एक भव्य मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी सदारत दिल्ली उर्दू एकेडमी के वाइस चेयरमैन विख्यात शायर प्रोफ़ेसर शेहपर रसूल ने की और निज़ामत के फराइज़ अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर रियाज़ सागर ने बड़ी खूबसूरती और दिलकश अंदाज़  के साथ अंजाम दिए। दुबई में रहने वाले हमारी गंगा- जमुनी तहजीब के चराग़ों को अपनी कोशिशों से रोशन करने वाले ऊर्जावान व्यक्तित्व सैयद सलाहुद्दीन के ऐज़ाज में आयोजित इस मुशायरे की मुख्य अतिथि श्वेता सिंह उमा (मास्को), डॉ० योजना जैन (जर्मनी) और दिल्ली से रेणु हुसैन थीं। इन तीनों को "भारत गौरव एवार्ड" से सम्मानित किया गया जबकि विशिष्ट अतिथि की हैसियत से अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शख़्सियात माजिद देवबंदी, मलिक ज़ादा जावेद व डॉ० अना दहलनी मुशायरे में मौजूद रहे। मुशायरा कमेटी ने मलिकजादा जावेद और माज़िद देवबंदी को 'आबरू- ए- ग़ज़ल' व डॉ० अना देहलवी को 'मलिका-ए- ग़ज़ल' एवार्ड से नवाज़ा गया और केरियाज़ साग़र को 'शान-ए- निज़ामत' एवार्ड से नवाज़ा गया। मुशायरे के खास मेहमान सैयद सलाहुद्दीन जो वतन ए अज़ीज़ की मुहब्बत में सरशार होकर गुज़िश्ता लगभग 28 सालों से उर्दू और हिन्दी के खुशनुमा फूलों से आरास्ता  करके निहायत शानो- शौकत से "जश्ने- जम्हूरियत" की शानदार महफिल का आयोजन करके हुब्बुल वतनी, देश प्रेम और कौमी एकता का खूबसूरत पैग़ाम पूरी दुनिया में पहुंचाते हैं। इनके इस शानदार काम के लिए इनको 'कौमी एकता एवार्ड' से नवाज़ा गया। इस मौके पर बीकानेर के शायर अब्दुल जब्बार ज़ज़्बी के शे'री मज़मुए ' ज़ज़्बात  ये मेरे' का रस्मे इजरा भी किया गया। एवार्ड प्रोग्राम की निज़ामत संजय वरुण  ने की।

मुशायरे के आगाज़ में मशहूर शायर अज़ीज़ आज़ाद को ख़िराजे अक़ीदत पेश किया गया और उनके बेटे बीकानेर के मशहूर साहिब ए दीवान शायर इरशाद अज़ीज़ ने उनकी एक खूबसूरत ग़ज़ल पेश की। बाद अज़ा मशहूरो- मारूफ नाज़िम रियाज़ सागर की निज़ामत मे मुशायरे का ख़ूबसूरत आगाज़ हुआ और उन्होंने अपनी इब्तिदाई गुफ्तगू में कहा कि ये मुशायरा हमारी उस गंगा- जमुनी तहजीब के खुशनुमा फूलों से आरास्ता है जिसके हुस्न को आज हमारे ख़ुदगर्ज़ सियासतदानों ने अपने राजनैतिक स्वार्थों  की खातिर नफ़रत का ज़हर घोलकर बहुत दाग़दार बना दिया है।

इस मौक़े पर मौजूद सभी शहरों सहित इरशाद अज़ीज़ बीकानेर, इब्राहिम अली जयपुर, शैलजा सिंह, अब्दुल रहमान मंसूरी, एम० वसीम जहाँगीराबादी, फ़रीद अहमद फ़रीद, अजय अक्स, संजीव निगम, इमरान ख़ान, मीनाक्षी जिजीविषा व सरिता जैन आदि शायर व कवियों ने भी अपने कलाम पेश किए।

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