फेस ग्रुप की सद्भावना बैठक में अलीम अंसारी और समर खान का हुआ विशेष सम्मान

उच्चस्तरीय शिक्षा बिना सम्भव नही है समुदाय का उत्थान : हाजी कमरूद्दीन सिद्दीकी

    नई दिल्ली। फे़स ग्रुप प्रमुख समाज सेवी व नेहरू विहार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अलीम अंसारी एवं मशहूर सिंगर एक्ट्रेस समर खान के जन्म दिवस के मौके पर एक सद्भावना बैठक का आयोजन आराम पार्क स्थित फेस़ स्टूडियो में किया गया। फ़ेस ग्रुप के चेयरमेन डॉ० मुश्ताक़ अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित इस सद्भभावना बैठक में समुदाय के उत्थान व राष्ट्रीय एकता पर हुई चर्चा में सर्वोकॉन सिस्टम लि० के सीएमडी हाजी कमरूद्दीन सिद्दीकी, प्रीत विहार आर-डब्ल्यू-ए- अध्यक्ष लॉयन गुलफाम, पूर्व निगम प्रत्याशी हाजी शाहनवाज, सर्वो स्टेप पॉवर के डायरेक्टर मौहम्मद आलम, कांग्रेस डेलीगेट मौ० अहमद, हीरा बेकरी के संस्थापक आलमगीर, चौ० मुमताज अली चिश्ती, अंजुमनरजा-ए-मुस्तफा के महासचिव मौ0 इकराम एडवोकेट, फिक्की के सचिव सलीम अंसारी, तगदीर ग्रुप के एडिटर मुस्तकीम खान, मशहूर सिंगर एक्टर, डायरेक्टर वाजिद अली, सिंगर एवं इवेंट ऑग्रेनाईजर हुमा खान, नूर मौहम्मद, मुस्तफा गुड्डू, मौ० एजाज हाशमी, चौधरी सलीम, मौ० आरिफ, इम्तियाज अंसारी, एम० रामिश व अब्दुल कलाम आदि समाज के जिम्मेदार लोगों सहित और भी बहुत से लोग मौजूद रहे। 

    इस मौके पर हाजी कमरूद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि समुदाय के उत्थान के लिए उच्च स्तरीय शिक्षा बच्चों को मुहैया कराने पर अधिक फोकस होना चाहिए। उन्होंने कहा प्रतियोगिता के दौर में बिना एजुकेशन के हम किसी भी फिल्ड की प्रतियोगिता में शामिल तक नही हो सकते, सफलता की बात तो बहुत दूर है। मौ० इकराम एडवोकेट ने कहा कि समाज के बेहतर निर्माण के लिए लड़कियों का शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने कहा एक लड़की का शिक्षित होना अर्थात कम से कम एक परिवार का शिक्षित होना है। डॉ० मुश्ताक अंसारी ने कहा अलीम अंसारी और समर खान ने अपने-अपने फील्ड में एक खास पहचान कायम की है, इस तरह के लोग समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। उन्होंने कहा समाज में लोगों के व्यवहार के बीच अखलाक की भी कमी देखने को मिल रही है। हमें अपने अखलाक में भी नरमी लाने की जरूरत है। अलीम अंसारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि अधिकांश लोग अविकारों की बात करते हैं लेकिन कर्त्तव्य से नज़रे चुराते हैं। उन्होंने कहा एक बेहतर समाज के लिए अच्छे अखलाक के साथ-साथ कर्त्तव्य निर्वाह पर भी फोकस करना होगा। समर खान ने कहा कि मैं कला के क्षेत्र से ताल्लुक रखती हूं, इस फील्ड के सम्बंध में कहा जाता है कि फिल्म जगत में धार्मिक व आर्थिक भेदभाव नही होता लेकिन अब इस फील्ड में भी खूब राजनीति होती है। प्यार मौहब्बत इस फील्ड से भी खत्म होता जा रहा है।

 इस शाम को यादगार बनाने के लिए वाजिद अली, समर खान व हुमा खान ने नए पुराने कई गीत पेश कर माहौल को खुशगवार बनाया।



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