दरगाह हज़रत निजामुद्दीन औलिया परिसर में सैफुदीन शेख ने भी लंगर बांटा
नई दिल्ली। प्रमुख समाज सेवी सैफूदीन शेख द्वारा एक रोज़ा इफ़्तार का एहतमाम दरगाह हजरत निजामुद्दीन औलिया परिसर में किया गया। प्रतिदिन यहां हजारों लोग इफ़्तार करते हैं और सभी को लंगर भी वितरित किया जाता है। आज सैफूद्दीन शेख व इनके परिवार के सदस्य और दोस्तों ने खुद अपने हाथों से रोज़ा इफ़्तार की सामग्री बांटी और उसके बाद दरगाह के बुजुर्ग खादिम दीवान सैय्यद मूसा अली निज़ामी ने सभी श्रद्धालुओं हेतु तरक्की, सेहत और मुल्क में शांति के लिए दुआ कराई। इस मौके पर दरगाह के चीपफ़ इंचार्ज सैय्यद काशिफ निज़ामी, फारूख निजामी, शौकत अली, मौ० यामीन, मौ० असलम, न्यूज वर्ल्ड इंडिया के एडीटर मारूफ रज़ा, फेस मीडिया ग्रुप के चेयरमैन डॉ० मुश्ताक अंसारी, डोलफिन फुटवियर के सी० एम० डी०, सैय्यद फरहत अली, प्रीत विहार आर०डब्लू० ए० प्रेजिडेंट लॉयन गुलफाम, सलीम अंसारी, अताउर्रहमान सैफी, अजमत अली खां, मुस्तफा गुड्डू आदि भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
इस मौके पर सैयद काशिफ निजामी ने जानकारी देते हुए बताया कि दरगाह परिसर में प्रति दिन 2000 से अधिक श्रद्धालु लंगर ग्रहण करते हैं। और सभी धर्मों के मानने वाले मेहबूब-ए-इलाही के दरबार में अपनी मन्नतें लेकर आते हैं। सैफूद्दीन शेख ने अपने मन के भाव प्रकट करते हुए कहा कि खुदा धर्म कर्म के काम उसी से लेता है जिसको वह चाहता है। मुझे बाबा के दरबार में आकर जन मानस की खिदमत का मौका मिला यह मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा जो गुंजाईश वाले लोग हैं उन्हें सामाजिक कार्यों में रूचि रखनी चाहिए क्योंकि जरूरतमंदों की मदद करना भी धर्म का एक अंग है। सैयद फरहत अली ने कहा कि मेहबूब-ए-इलाही के दरबार में हाजिरी और सूफियों की संगत से दिल और दिमाग को बहुत सुकून मिलता है। उन्होंने कहा वर्तमान भागदौड़ वाली जिंदगी में वक्त तो किसी के पास नही है लेकिन एक बेहतर जिदंगी जीने के लिए धार्मिक कार्यों में अपनी हिस्सेदारी रखनी चाहिए।
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