‘सप्तशक्ति संगम’ में महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता पर दिया गया विशेष बल
नई दिल्ली। विद्या भारती दिल्ली स्टेट के राधा कृष्ण विद्या निकेतन, पुष्प विहार में “सप्तशक्ति संगम” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
इस आयोजन में समाज सेवा, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को एक सूत्र में पिरोते हुए विचार-विमर्श एवं जागरूकता सत्र आयोजित किए गए। विद्यालय की प्राचार्या मोनिका भटनागर जी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम शिक्षकों, अभिभावकों एवं अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अधिवक्ता के एम सरस्वती भारद्वाज जी रहीं, जिन्होंने महिला सुरक्षा और कानूनी अधिकारों पर अपने विचार साझा किए। वर्ष 2004 से अधिवक्ता के रूप में कार्यरत सरस्वती भारद्वाज जी वर्तमान में दिल्ली पुलिस की कानूनी सलाहकार और भारत सरकार की वरिष्ठ पैनल अधिवक्ता हैं। वे कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम, 2013 की कानूनी सदस्य भी हैं। उन्होंने कहा—
> “महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी होना ही उनकी सबसे बड़ी शक्ति है। कानून केवल सुरक्षा नहीं, आत्मविश्वास देता है।”
शिक्षा में संस्कार और आत्मनिर्भरता की भूमिका पर के.एम. सरस्वती जी और मोनिका भटनागर जी ने अपने अपने विचार रखे।
इस अवसर पर योग शिक्षिका देविका जी ने योग और मानसिक संतुलन पर व्यावहारिक सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि योग केवल शरीर का नहीं, बल्कि मन और आत्मा का संतुलन स्थापित करता है।
इस समाजसेवी आयोजन में एस.ए. सोशल वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय शर्मा जी तथा सन रेज़ ऑफ होप सोसाइटी के अध्यक्ष मेहरबान सिंह जी का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम के अंतर्गत महिलाओं एवं छात्राओं के लिए ऑक्सो-बायोडिग्रेडेबल सेनेटरी पैड्स पर जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें मासिक धर्म स्वच्छता पर जानकारी दी गई और नि:शुल्क पैड्स वितरित किए गए।
कार्यक्रम में भारतीय जीवन बीमा निगम (एल.आई.सी.) की विकास अधिकारी किरण कोहली जी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और वित्तीय सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा—
> “हर परिवार की सच्ची मजबूती तभी है जब घर की हर महिला आर्थिक रूप से जागरूक और आत्मनिर्भर हो।”
महिला सशक्तिकरण की प्रेरणास्रोत — सुमन पटैरिया जी
कार्यक्रम में समाजसेविका सुमन पटैरिया जी ने अपने विचार और अनुभव साझा किए। वे दो दशकों से महिला सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में सक्रिय हैं।
वर्तमान में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में सलाहकार के रूप में कार्यरत सुमन जी शिक्षा व आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने हेतु कैंप और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं। उन्होंने “महिला ही महिला की प्रेरणा” का संदेश देते हुए प्रधानमंत्री की बीमा सखी योजना और नेटवर्क मार्केटिंग का एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
आंगनवाड़ी शिक्षिका, बी.एल.ओ. एवं एल.आई.सी. सलाहकार मंजू जी ने महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामाजिक जिम्मेदारी पर अपने विचार साझा किए। वहीं एल.आई.सी. सलाहकार मीरा जी ने महिलाओं को आर्थिक निर्णयों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रबंधक दीपक नय्यर जी ने किया तथा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद खैतान जी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्र-छात्राओं को समाज सेवा और जागरूकता की राह पर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। उपस्थित अतिथियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल शिक्षा का विस्तार करते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा भी तय करते हैं।
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