प्रशासनिक अधिकारी समाज सेवी, व्यापारी व राजनीति के दिग्गजों की उपस्थिति में हुआ कौमी भारत का विमोचन
* प्रशासनिक अधिकारी समाज सेवी, व्यापारी व राजनीति के दिग्गजों की उपस्थिति में हुआ कौमी भारत का विमोचन*
गंगा-जमुना तहजीब को जोड़ने का काम करेगा ‘‘कौमी भारत’’ : राहुल सरस
नई दिल्ली। पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 12 वर्षों से निरंतर बुलंदियों की ओर अग्रसर लोकसत्य ग्रुप ने पाठकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर डेली उर्दू अख़बार ‘‘कौमी भारत’’ का प्रकाशन भी आरम्भ कर दिया है। ‘‘कौमी भारत’’ का विमोचन समारोह दिल्ली के लोधी रोड स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में सम्पन्न हुआ। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन, अमरोहा से बसपा सासंद दानिश अली, आईपीएस अजय चौधरी, पूर्व सांसद मौ0 अदीब, कल्कि धाम के प्रमुख एवं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन जाकिर खान, आर-एन-आई के पूर्व महानिदेशक एस-एम- खान, पी-आई-बी- के महानिदेशक योगेश कुमार बोएजा, मौलाना आज़ाद विश्वविद्यालय जोधपुर के पूर्व कुलपति पद्मश्री अखतरूल वासे, दिल्ली कौशल विश्वविद्यालय के प्रो- वाईस चांसलर प्रोफेसर रेहान सूरी, इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के चेयरमैन सिराजुद्दीन कुरैशी, पूर्व विधायक चौ0 मतीन अहमद, विधायक अब्दुल रहमान आदि गणमान्य व्यक्ति इन ऐतिहासिक लम्हों में खास मेहमान की हैसियत से मौजूद रहे।
लोकसत्य ग्रुप के चेयरमैन राहुल शर्मा की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम में समाज, सरकार, प्रशासन व राजनीति के क्षेत्र से और भी बहुत से दिग्गजों ने शिरकत की और राहुल शर्मा को मुबारकबाद पेश की। इस अवसर पर दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि सच्चाई लिखना अखबार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा हमारी सरकार अगर कुछ गलत कर रही है तो उसे लिखना चाहिए ताकि हम सच्चाई जानकर गलती का सुधार कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि उर्दू सिर्फ मुसलमानों की भाषा नही है, अगर ऐसा होता तो राहुल शर्मा उर्दू अखबार ‘कौमी भारत’’ के प्रकाशन की जिम्मदारी न उठाते।
पद्मश्री अख़तरुल वासे ने कहा कि राहुल सरस उर्दू के अखबार का प्रकाशन कर रहे हैं जो कि इस बात का प्रमाण है कि हिंदी और उर्दू में अटूट प्रेम है। सांसद दानिश अली ने कहा कि कौमी भारत सच्चाई के पथ पर चलते हुए पत्रकारिता की जिम्मेदारियों का निर्वाह करेगा और उसके मूल्यों को बनाए रखेगा। पूर्व सांसद मौ- अदीब ने कहा कि इलेक्ट्रोनिक मीडिया जोकरों का मंच बनकर रह गया है, एक कलम बची है जिससे ईमानदार पत्रकारिता होनी चाहिए तथा कलम की रक्षा की जानी चाहिए। समाचार की प्रमाणिकता से समझौता नही होना चाहिए। एस-एम- खान ने कहा कि दैनिक लोकसत्य के सफर को मैं कई वर्षों से देख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि ‘‘कौमी भारत’’ भी राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल करेगा।
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