प्रतियोगिता के दौर में सफलता हेतु निरंतर जारी रखना होगा प्रयास : डॉ० मुश्ताक अंसारी
बेहतर गायिकी के लिए गुरू की संगत जरूरी है : हुमा खान
नई दिल्ली। हुमा ख़ान म्यूजिकल ग्रुप द्वारा एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ट्रीपल एस० स्टूडियो शकरपुर में किया गया। फे़स ग्रुप के चेयरमैन डॉ० मुश्ताक अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में गायक योगेश मलिक एवं सुर सागर के चेयरमैन डॉ० विनोद कुमार बाबूकर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, इसके अलावा पूर्व ए-सी-पी- नियमपाल सिंह, समाज सेवी जुगल किशोर, फे़स ग्रुप के प्रबंधक डॉ० बिलाल अंसारी, मक़सूद आलम, राजा भार्गव, लक्की कश्यप, एक्टर नयाब गंगोही, ज़ीनत शहज़ादी, दक्ष गोयल, इंडियन आईडल फेम डॉ० अमीन आदि ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस कार्यक्रम में अज़हर फिरदौसी, अशोक लुहेरा, समर खान, उस्ताद जुनैद खान, सोनू चंदेल, पायल कक्कड़, कुमारी साक्षी, आशा राजपूत, अशोक लेहरी, विभोर शर्मा, सचिन, जसपाल आदि ने नए पुराने गीतों को अपने स्वर में पेश कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
इस अवसर पर डॉ० मुश्ताक अंसारी ने कहा कि इसी तरह के छोटे मंचों से होकर कलाकार बड़े मंचों तक पहुंचते हैं। प्रोफेशनल व संघर्षत सिंगरो को सुनने का मौका मिला। आर्गेनाइजर हुमा खान का प्रयास सराहनीय है, जिन्होंने एक बेहतरीन प्रोग्राम संगीत प्रेमियों तक पहुंचाया जिसमें उभरते हुए गायक कलाकारों को भी मंच मुहैया कराया गया। उन्होंने कहा एक अच्छा गायक बनने के लिए प्रतिदिन अभ्यास भी जरूरी है और कलाकार में टैलेंट है उसे सफलता एक ना एक दिन जरूर मिलती है चूंकि प्रतियोगिता का दौर हे तो प्रयास निरंतर जारी रखना होगा।
योगेश मलिक ने कहा कि इस तरह के मंचों पर जहां कला में निखार आता है वहीं कलाकारों का मनोबल भी बढ़ता है। हुमा खान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमने इस कार्यक्रम में कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उनको सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा बेहतर गायिकी के लिए सुर ताल का ज्ञान जरूरी है, सिर्फ टेलीविजन पर गायकों को सुनकर कोई सिंगर नही बन सकता, गुरू की संगत जरूरी है।
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